1. फटी मटकी की कहानी: Motivational Stories For Students To Work Hard
बहुत समय पहले की बात है, भारत के एक गाँव में एक पानी भरने वाला आदमी रहता था। वह रोज़ सुबह नदी से पानी लाकर अपने मालिक के घर तक पहुँचाता था। पानी भरने वाले के पास दो मटके थे। दोनों मटके एक लंबी लकड़ी के डंडे से बंधे हुए थे, जिसे वह अपने कंधे पर रखता था। इनमें से एक मटका पूरी तरह से सही था, जबकि दूसरा मटका फटा हुआ था।

सही मटका हर बार नदी से घर तक का सफर पूरा पानी भरकर करता था। लेकिन फटा मटका हमेशा आधा पानी ही घर तक ला पाता था। यह सिलसिला कई सालों तक चलता रहा। हर दिन फटे मटके को अपने अधूरे काम के कारण शर्मिंदगी महसूस होती थी। उसे लगता था कि उसकी वजह से पानी भरने वाले को अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है।
एक दिन, फटे मटके से रहा नहीं गया। उसने पानी भरने वाले से कहा, “मुझे अपनी कमी के लिए बहुत बुरा लगता है। मैं आपके काम में पूरी तरह मदद नहीं कर पाता। मेरे कारण आधा पानी रास्ते में ही गिर जाता है।”
पानी भरने वाला मुस्कुराया और प्यार से मटके से कहा, “क्या तुमने कभी रास्ते पर ध्यान दिया है? जब हम नदी से घर तक चलते हैं, तो केवल तुम्हारी तरफ के रास्ते पर सुंदर फूल खिले हुए हैं। क्या तुम जानते हो ऐसा क्यों है?”
फटे मटके ने आश्चर्य से सिर हिलाया। पानी भरने वाले ने कहा, “मैंने हमेशा तुम्हारी कमी को समझा है। इसीलिए मैंने तुम्हारी तरफ के रास्ते में फूलों के बीज बो दिए थे। हर दिन जब हम पानी भरकर यहाँ से गुजरते हैं, तो तुम्हारे फटे हिस्से से पानी गिरता है और उन बीजों को सींचता है। यही कारण है कि यह रास्ता फूलों से भरा हुआ है। तुम्हारे बिना यह रास्ता इतना खूबसूरत नहीं होता।”
फटे मटके ने यह सुना और उसकी आंखें खुशी से भर गईं। उसे अपनी कमी पर गर्व महसूस हुआ। उसने जाना कि उसकी खामियां भी किसी के लिए सुंदरता और उपयोगिता का कारण बन सकती हैं।
नैतिक शिक्षा: Motivational Stories For Students To Work Hard
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हर इंसान में कुछ न कुछ खामियां होती हैं। लेकिन इन खामियों के बावजूद, हर किसी की अपनी एक खासियत भी होती है। हमें अपनी कमजोरियों पर ध्यान देने के बजाय अपनी खासियतों पर ध्यान देना चाहिए और उनका सही उपयोग करना चाहिए। जब हम अपनी क्षमताओं को पहचानते हैं और उनका उपयोग करते हैं, तो हम एक बेहतर और सफल दुनिया बना सकते हैं। हम अपने करियर, लक्ष्य और परीक्षा में बड़ी सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
2. एक मूर्तिकार की कहानी: Motivational Stories For Students To Work Hard
एक बार की बात है, एक जर्मन व्यक्ति भारत में एक मंदिर निर्माण स्थल पर आया। वहां उसने देखा कि एक मूर्तिकार भगवान की मूर्ति बना रहा था। मूर्तिकार बड़े ध्यान और मेहनत से अपनी कला में जुटा हुआ था।
तभी उस जर्मन व्यक्ति की नजर पास ही पड़ी एक और मूर्ति पर पड़ी, जो बिल्कुल वैसी ही दिख रही थी। हैरानी से उसने मूर्तिकार से पूछा, “क्या आपको एक ही भगवान की दो मूर्तियों की जरूरत है?”

मूर्तिकार ने बिना रुके और बिना ऊपर देखे जवाब दिया, “नहीं, हमें सिर्फ एक मूर्ति चाहिए। लेकिन पहली मूर्ति अंतिम चरण में थोड़ा खराब हो गई थी।”
जर्मन व्यक्ति ने मूर्ति को गौर से देखा, लेकिन उसे उसमें कोई खराबी नजर नहीं आई। उसने फिर पूछा, “इसमें खराबी कहां है?”
मूर्तिकार ने अपने काम में व्यस्त रहते हुए जवाब दिया, “इस मूर्ति की नाक पर एक हल्की सी खरोंच है।”
जर्मन व्यक्ति ने हैरान होकर पूछा, “आप इस मूर्ति को कहां स्थापित करने वाले हैं?”
मूर्तिकार ने उत्तर दिया, “इसे बीस फीट ऊंचे स्तंभ पर स्थापित किया जाएगा।”
जर्मन व्यक्ति ने फिर पूछा, “अगर मूर्ति इतनी ऊंचाई पर लगाई जाएगी, तो भला कौन यह देख पाएगा कि इसकी नाक पर खरोंच है?”
मूर्तिकार ने काम करना बंद किया, जर्मन की ओर देखा और मुस्कुराते हुए कहा, “मुझे पता चलेगा।”
मूर्तिकार ने जवाब दिया, “जब भी मैं मूर्ति को देखता हूँ, मैं उसकी हर छोटी-बड़ी चीज पर ध्यान देता हूँ। मेरी मेहनत और समर्पण से ही मूर्ति पूरी होती है। यह खरोंच मुझे याद दिलाती है कि मैं हर बार अपने काम में बेहतरी लाने की कोशिश करूँ। यह मेरे लिए एक प्रेरणा है, ताकि मैं अपनी कला में हमेशा उत्कृष्टता प्राप्त कर सकूँ।”
जर्मन ने सोचा, “यह तो बहुत ही गहरा अर्थ है।” उसने मूर्तिकार की इस सोच को सराहा और समझा कि असली उत्कृष्टता अंदर से आती है, न कि दूसरों की सराहना के लिए।
नैतिक शिक्षा: Motivational Stories For Students To Work Hard
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि उत्कृष्टता प्राप्त करने की चाहत केवल बाहरी मान्यता के लिए नहीं होती, बल्कि यह हमारे अंदर की प्रेरणा और आत्म-संतोष से उत्पन्न होती है। हमें अपने काम में हर छोटी-बड़ी कमी पर ध्यान देकर उसे सुधारने का प्रयास करना चाहिए। यह आत्म-सुधार ही हमें सच्ची सफलता की ओर ले जाता है। हमें अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए लगातार प्रयासरत रहना चाहिए, चाहे कोई भी हमें देखे या न देखे। यही असली उत्कृष्टता है।
3. नौकाएँ जला दो कहानी: Motivational Stories For Students To Work Hard
बहुत समय पहले की बात है, एक राजा था जो अपने छोटे से राज्य पर गर्व करता था। लेकिन उसके पड़ोसी राज्य के राजा ने उसके राज्य पर कब्जा करने का इरादा कर लिया। पड़ोसी राजा की सेना बहुत बड़ी और शक्तिशाली थी, जबकि इस छोटे से राज्य के पास सीमित संसाधन और सैनिक थे।

छोटे राज्य के राजा ने अपनी सेना को बुलाया और कहा, “हमें अपने राज्य की रक्षा करनी होगी। चाहे स्थिति कितनी भी कठिन क्यों न हो, हमें अपने घर, अपनी जमीन और अपने परिवारों को बचाना है।” लेकिन उसकी सेना में डर और हिचकिचाहट थी। सैनिकों को लगता था कि उनकी संख्या और ताकत इतनी नहीं है कि वे दुश्मन को हरा सकें।
राजा ने उनकी चिंता समझी, लेकिन उसने हार मानने से इनकार कर दिया। उसने योजना बनाई और अपनी छोटी सेना को दुश्मन के राज्य पर आक्रमण करने का आदेश दिया। अपनी सेना के साथ वह दुश्मन के राज्य की सीमा पर पहुँचा।
राजा ने अपनी सेना को समुद्र के किनारे उतारा, जहाँ से वे नौकाओं के जरिए आए थे। लेकिन जैसे ही उन्होंने तट पर कदम रखा, राजा ने आदेश दिया कि सभी नौकाओं को जला दिया जाए। सेना के सैनिक चौंक गए। उन्होंने राजा से पूछा, “महाराज, अगर हम नौकाएँ जला देंगे, तो वापस कैसे लौटेंगे? अगर युद्ध में हार गए, तो हमारी जान कैसे बचेगी?”
राजा ने दृढ़ता से उत्तर दिया, “हमारे पास पीछे हटने का कोई रास्ता नहीं है। अब हमारे पास केवल एक ही विकल्प है – जीतना। हमें अपने जीवन के लिए लड़ना होगा। या तो हम जीतेंगे, या हम मर जाएंगे और खुद को खो देंगे।” सर्वोच्च प्रयास करेंगे, पीछे हटने का कोई सवाल ही नहीं है।”
राजा की बातों से सैनिकों ने सोचा कि अब उनके पास हारने का विकल्प नहीं है, इसलिए उन्हें पूरी ताकत और साहस के साथ लड़ना होगा। जब युद्ध शुरू हुआ, तो छोटी सेना ने अद्भुत साहस और समर्पण दिखाया। वे दुश्मन की बड़ी और शक्तिशाली सेना से नहीं डरे। हर सैनिक ने अपनी पूरी क्षमता से लड़ाई लड़ी।
अंत में, उनकी मेहनत और हौसले की वजह से उन्होंने दुश्मन को हरा दिया। छोटे राज्य की सेना ने विजय प्राप्त की और अपने राजा को एक सच्चा नेता माना। दुश्मन राज्य ने हार मान ली और समझ गया कि साहस और दृढ़ निश्चय किसी भी बड़ी शक्ति को हरा सकते हैं।
इस कहानी से यह सिखने को मिलता है कि अगर हम अपने विकल्पों को सीमित कर दें और पूरी तरह से अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें, तो हम किसी भी चुनौती को पार कर सकते हैं। “नौकाएँ जला देना” प्रतीकात्मक रूप से यह बताता है कि जब पीछे हटने का कोई रास्ता नहीं होता, तो हम अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल करके आगे बढ़ते हैं।
नैतिक शिक्षा: Motivational Stories For Students To Work Hard
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि अगर हमें अपने जीवन में सफल होना है, तो हमें आधे-अधूरे मन से काम करने के बजाय पूरी प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ना चाहिए। पीछे हटने का डर हटाकर, जब हम अपने सपनों के लिए पूरी लगन से प्रयास करते हैं, तो सफलता निश्चित होती है।
4. आखिरी प्रयास का इनाम: Motivational Stories For Students To Work Hard
बहुत समय पहले की बात है, एक मेहनती खनिक (माइनर) ने हीरे की खदान खोजने के लिए एक जमीन खरीदी। उसने वर्षों तक वहां खुदाई की, अपनी सारी ऊर्जा, समय और पैसा लगा दिया। लेकिन किस्मत उसका साथ नहीं दे रही थी। उसे खदान में हीरे का कोई निशान नहीं मिला।

जैसे-जैसे समय बीतता गया, खनिक को निराशा होने लगी। उसने अपनी सारी पूंजी खर्च कर दी थी और अब उसके पास कुछ भी बचा नहीं था। हर दिन उसकी उम्मीदें कम होती जा रही थीं। आखिरकार, उसने हार मान ली। उसने सोचा कि शायद वह गलत जगह खुदाई कर रहा था या यह काम उसके बस का नहीं था।
निराशा में उसने अपनी खदान और जमीन को एक मामूली कीमत पर अपने एक कर्मचारी को बेच दिया। कर्मचारी ने इसे खरीद लिया, लेकिन बाकी सारे मजदूर भी खनिक के साथ ही छोड़कर चले गए। अब नया मालिक अकेला रह गया।
उस कर्मचारी ने खदान में खुदाई करना शुरू किया। अगले दिन, उसने अपना काम जारी रखा और पूरी मेहनत से खोदना शुरू किया। केवल कुछ ही समय की खुदाई के बाद, वह उस जगह तक पहुंच गया जहां असली हीरे छिपे हुए थे। वह जगह खनिक की अंतिम खुदाई से केवल कुछ ही कदम दूर थी।
उसे बहुत सारे असली हीरे मिले, जिनकी कीमत अनगिनत थी। वह कर्मचारी रातों-रात अमीर बन गया। जिसने भी यह सुना, वे हैरान रह गए। पुराने खनिक को भी जब यह खबर मिली, तो उसे अपनी जल्दबाजी और हार मानने का पछतावा हुआ।
नैतिक शिक्षा: Motivational Stories For Students To Work Hard
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि असफलता के बावजूद हमें अपने प्रयासों को जारी रखना चाहिए। हो सकता है कि सफलता हमसे बस कुछ ही कदम दूर हो। धैर्य, मेहनत और दृढ़ संकल्प से ही हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं। अगर हम हार मानकर रुक जाते हैं, तो वह सफलता जिसे पाने के हम काबिल हैं, किसी और के हिस्से में चली जाती है।
5. कुएं में गिरी खच्चर: Motivational Stories For Students To Work Hard
एक समय की बात है, एक छोटे से गाँव में एक किसान रहता था। उसके पास एक पुरानी खच्चर थी। यह खच्चर बहुत बूढ़ी और कमजोर हो चुकी थी। वह ज्यादा काम नहीं कर सकती थी, लेकिन किसान ने उसे अपने पास रखा हुआ था क्योंकि वह उसके साथ लंबे समय से थी।
एक दिन किसान ने खच्चर को खेत में छोड़ दिया और खुद किसी और काम में व्यस्त हो गया। तभी खच्चर गलती से एक गहरे कुएं में गिर गई। कुआं बहुत गहरा था, और खच्चर खुद से बाहर नहीं निकल सकती थी। जब किसान को इस बात का पता चला, तो वह दौड़ते हुए कुएं के पास पहुँचा। उसने देखा कि उसकी खच्चर कुएं के अंदर फँसी हुई है।

किसान बहुत परेशान हो गया। उसने सोचा कि खच्चर को बचाना बहुत मुश्किल है। वह बूढ़ी हो चुकी थी, और कुएं में भी पानी नहीं था,कुआं भी अब बेकार हो गया था। किसान ने फैसला किया कि खच्चर को दफना देना ही सबसे अच्छा होगा। उसने अपने पड़ोसियों को बुलाया और सभी मिलकर कुएं में मिट्टी डालने लगे।
जब खच्चर ने देखा कि लोग कुएं में मिट्टी डाल रहे हैं, तो वह बहुत डर गई। वह घबराई और जोर-जोर से चिल्लाने लगी। उसे लगा कि अब उसकी ज़िंदगी खत्म हो जाएगी। लेकिन तभी खच्चर को एक विचार आया। उसने सोचा, “अगर मैं अपनी पीठ पर गिरती मिट्टी को झाड़ दूँ और उसके ऊपर खड़ी हो जाऊँ, तो मैं धीरे-धीरे ऊपर चढ़ सकती हूँ।”
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इसके बाद, जब भी मिट्टी उसकी पीठ पर गिरती, वह उसे झाड़ देती और ऊपर चढ़ने की कोशिश करती। हर बार गिरती हुई मिट्टी उसके लिए एक नई सीढ़ी बन जाती। खच्चर ने बिना रुके और बिना थके यह काम करना जारी रखा। धीरे-धीरे वह ऊपर की ओर बढ़ने लगी।
खच्चर को बहुत मेहनत करनी पड़ी। वह थक गई थी, लेकिन उसने हार नहीं मानी। वह हर कदम पर और ऊपर चढ़ने की कोशिश करती रही। थोड़ी देर बाद, खच्चर कुएं से बाहर आ गई। जब किसान और उसके पड़ोसियों ने यह देखा, तो वे हैरान रह गए। उन्हें विश्वास नहीं हुआ कि बूढ़ी और कमजोर खच्चर ने खुद को बचा लिया।
किसान को खच्चर से एक बड़ी सीख मिली। उसने देखा कि खच्चर ने अपनी मेहनत और साहस से वह काम कर दिखाया, जिसे लोग असंभव मान रहे थे। खच्चर ने यह साबित कर दिया कि अगर हम हिम्मत न हारें और लगातार कोशिश करें, तो कोई भी मुश्किल हमें रोक नहीं सकती।
नैतिक शिक्षा: Motivational Stories For Students To Work Hard
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि जब भी जीवन में कोई समस्या आए, तो घबराने की बजाय उसका हल ढूंढने की कोशिश करनी चाहिए। मेहनत और आत्मविश्वास से हर चुनौती को पार किया जा सकता है। चाहे हालात कितने भी कठिन क्यों न हों, अगर हम हार मानने की बजाय संघर्ष करते रहें, तो जीत पक्की है।